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फोड़े-फुंसियों से हैं परेशान तो एक बार आजमाएं यह नुस्खा…जाने इस्तेमाल करने का तरीका

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Boils Treatment: फोड़े आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण, बालों के रोम या त्वचा में तेल ग्रंथियों के जीवाणु संक्रमण के कारण होते हैं। जब बैक्टीरिया इन क्षेत्रों को संक्रमित करता है, तो यह मवाद और अन्य तरल पदार्थों का निर्माण कर सकता है, जिससे फोड़ा बन सकता है। फोड़े चेहरे सहित शरीर पर कहीं भी हो सकते हैं।

खराब स्वच्छता जैसे नियमितता से हाथ, पैर और चेहरा न धोना, गंदे हाथों से अपने चेहरे को बार बार छूना, आदि से ये बैक्टीरिया शरीर पर आ जाते है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

अत्यधिक मेकअप का ज्यादा समय तक चेहरे पर रह जाने से भी चेहरे पर फोड़े फुंसी होने लग जाते है। खैर ये सब तो संभावित कारण है जिससे फोड़े फुंसी हो जाते है लेकिन अगर फोड़े फुंसी हो जाए तो क्या करे? ऐसे कौनसे नुस्खे अपनाए जिससे फुंसी ठीक भी जाए और कोई दाग भी न रहे।

उपयुक्त उपाय और हल्दी के गुण

इसी समस्या के लिए रामबाण औषधि है हल्दी का तेल । हल्दी अनेक गुणों से भरपूर एक प्राकृतिक औषधि है । हल्दी में कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जैसे करक्यूमिन जो कि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और हल्दी में प्राथमिक सक्रिय तत्व भी है जो कोशिकाओं की क्षति को रोकती है।

बीटा-केरोटिन जो चेहरे को मुक्त कणों और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। विटामिन सी जो एंटीऑक्सीडेंट होने के साथ साथ एक पोशाक तत्व भी है जो मुक्त कणों से बचाव के साथ ही एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को समर्थन भी प्रदान करता है और ऐसे ही क्वेरसेटिन, ल्यूटिन आदि।

ये एंटीऑक्सीडेंट कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए एक साथ काम करते है, जिसमे सूजन कम करना, प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करना और कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचा शामिल है।

हल्दी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं। यह अक्सर संक्रमण और घावों के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है।
हल्दी सूजन को कम करके, घाव भरने को बढ़ावा देकर और बैक्टीरिया से लड़कर त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकती है। यह अक्सर मुँहासे, एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्वचा की स्थिति के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है।
हल्दी का तेल एक ऐसा घरेलू नुस्खा है जिसके परिणाम से फोड़े फुंसी सत प्रतिशत चले भी जाते है और कोई दाग भी नहीं रहता। ये एक प्राकृतिक औषधि है इसीलिए किसी साइड इफेक्ट्स की गुंजाइश ही नहीं रहती ।

उपाय करने का तरीका

इस तेल को इस्तेमाल करना भी एकदम सरल है। हल्दी के तेल को कभी सीधा शरीर पर नही लगाया जाता। इसकी कुछ बूंदें ऑलिव या नारियल के तेल में मिलाकर फोड़े फुंसी पर लगा कर 2 से 3 घंटों के बाद साफ कर लेना चाहिए।

ये औषधि घर पर भी आसानी से बनाई जा सकती और कई आयुर्वेदिक कंपनियों द्वारा पूर्ण रूप से केमिकल मुक्त बाजार में उपलब्ध भी है इसीलिए आज ही इसे उपयोग करें और फोड़े फुंसी से हमेशा के लिए राहत पाए।

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    Sahil Kumar

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